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धर्मचिंतन – १

by Devardhi
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धर्म करने के दो तरीके हैं .
एक , 
पुरी ताकत लगाके धर्म करो .
दो , 
थोडीसी ताकत लगाके धर्म करो .
जो पुरी ताकत लगाता है 
उसे सफलता मिलती है .
जो थोडीसी ताकत लगाता है 
उसे सफलता नहीं मिलती है .

  पू.मुनिराज श्री प्रशमरतिविजयजी म .

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