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पितृ वंदना

by Devardhi
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तेरी खुशबू तेरा अहसास , तेरा ही नाम रहा
मेरे पिता तेरे चरणों में , मेरा प्रणाम रहा

तेरा एक हाथ मेरे सर पर , सुबह शाम रहा
इस लिए मुझ को जीवन भर , आराम आराम रहा

तूंही दाता तूंही विधाता , तूंही मुकाम रहा
प्रभु के बाद सब से ऊंचा , तूं पुण्यधाम रहा

मेरी उंगली तूंने पकडी , तूंही विश्राम रहा
जहां जहां भी रहा तूं , तेरा दमाम रहा

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